:-: अहिंसा व शांति :-:
वैसे बौद्ध विचारधारा वाले लोग अपने आप को नास्तिक,अहिंसक,शांतिप्रिय व धर्मनिरपेक्ष बताते हैं लेकिन जैसे ही इनका प्रभाव बढ़ता हैं, यह उस देश को संवैधानिक रूप से बौद्ध देश घोषित कर देते हैं।ऐसे श्रीलंका, म्यांमार, थाईलैंड आदि लिखित रूप से बौद्ध देश हैं और वर्तमान में भी इन देशों में गृहयुद्ध के हालात हैं।उसके अलावा भी जो अन्य बौद्ध देश हैं उनमें भी जातिवाद,ऊंचनीच के कारण गृहयुद्ध हो चुके हैं।फिर किस आधार पर बौद्ध सम्प्रदाय को समानता व शांति आधारित कहा गया ??? जब अहिंसा से ही सब कुछ होता हैं तो म्यांमार, श्रीलंका में हिंसा क्यों हो रही हैं ?? उक्त बातें प्रमाणित करती हैं कि शांति स्थापित करने हिंसा अनिवार्य हैं और अहिंसा की बातें काल्पनिक हैं।हिंसा सकारात्मक व अहिंसा नकरात्मक शब्द हैं। लंका का जलना सूचक होता हैं श्रीराम के आने का !! विजय सत्य की ही होगी।
धन्यवाद :- बदला नहीं बदलाव चाहिए
