आंख मूंदने से खतरा टलता नही इन हरामियो कें दिल ने इंसान बसता नही तुम लाख करलो जतन नाली का कीड़ा गंदगी कें परे हटता नही
इस लेख को पूरी लगन एवं ध्यान से पढ़िये।
शान्ति प्रिय समुदाय के फन्डे clear हैं। कन्फ्यूजन तो हमें और आपको है।
उन्हें आप उपराष्ट्रपति बना दो वे हामिद अंसारी बनकर गद्दारी करेंगे।
उन्हें आप CM बना दो, वे फारूख अब्दुल्ला बनकर गद्दारी करेंगे।
उन्हें IAS बना दो वे जकात फाउंडेशन बनाकर UPSC जिहाद करेंगे।
उन्हें आप CA बना दो वे याकूब मेमन बनकर लोगों को मारेंगे।
उन्हें आप MBBS पढ़ा दो तो वे अफजल गुरु बन जाएंगे।
उनके पास कितनी ही दौलत आ जाए।वे चाहे कितना ही पढ़ लिख जाएं, चाहे न्यूक्लियर साइंटिस्ट बन जाएं या IT प्रोफेशनल लेकिन सब कुछ होने पर भी वे शरिया की ही बात करेंगे, यानि लोगों पर 1400 साल पुराना गला सड़ा शरिया कानून थोपने की बात ही करेंगे।
आप चाहे जो कर लें लेकिन वे आपको काफ़िर ही कहेंगे और आपको समाप्त करने की साजिशें ही करेंगे।
कश्मीर में तो वे सरेआम कहते थे कि आप चाहे सोने की सड़कें बिछा दें हम जिहाद नहीं छोड़ेंगे।
सबकुछ लुटवा पिटवाकर कश्मीर से निकाला गया एक भी हिन्दू आतंकवादी नहीं बनता लेकिन हिन्दुओं का सबकुछ लूटने वालों का मन अब भी नहीं भरा, आज भी वहाँ के कीड़े मकोड़े आतंकवादी बनकर हमारी सेना को मार रहे हैं।
यह जहां भी रहेंगे जितने भी रहेंगे बस आतंक ही मचाएंगे।
आज तक यूरोप के देशों में शांति का माहौल था हर देश जबरदस्त विकास कर रहे थे जैसे ही इन शांति दूत मुसलमानो को कुछ देशों ने शरण दी,वे सारे देश आज हैरान परेशान है।
ब्रिटेन ,फ्रांस, जर्मनी इसके ज्वलंत उदाहरण है.।
पोलैंड , इजरायल ,जापान और चीन जैसे देश इनके मनसूबों को बहुत पहले से भांप गए थे आज इन तीनों देशों में कम से कम आतंकवाद नाम की बीमारी नहीं है।
बेशक इजरायल इन से लड़ रहा है लेकिन वह इनको ठोकने पीटने में जरा सी भी नरमाई नहीं रखता।
इजराइल की जनता जितना आतंकवादियों से नहीं डरती उससे कहीं ज्यादा आतंकवादी इजराइल से डरते हैं यह हकीकत है।
आप कितना ही ढ़िढ़ोरा पीटो सारे मुसलमान खराब नहीं होते या हिन्दू मुस्लम भाई भाई,परन्तु असल बात यह है कि मुसलमान कभी अच्छा हो ही नहीं सकता,और अगर अच्छा है तो मुसलमान नहीं हो सकता।
अच्छे मुसलमान बन कर अपने को पेश करना,यह भी उनकी रणनीति का एक हिस्सा है।
उन्हें कोई कन्फ्यूजन नहीं, उनके फंडे क्लियर हैं कि उन्हें पूरी दुनियां को इस्लामी बनाना है। कन्फ्यूजन तो आपको है कि आप उनमें इंसान और इंसानियत ढूंढते फिरते हैं।