एक मुख्यमंत्री हैं केजरीवाल जो खुलेआम केंद्र सरकार के खिलाफ किसानों को भड़कते हैं उकसाते हैं हिंसक बनाते हैं।
केजरीवाल एक संवैधानिक पद पर रहकर जो आचरण कर रहे हैं वह घोर
निन्दनीय और अधोभनीय है। एक बार उन्होंने केंद्र के खिलाफ सड़कों
पर तोशक तकिया रजाई के साथ धरना दिया था। कैसा लोकतंत्र है
हमारा?कैसा संघीय ढांचा है हमारा? संविधान के निर्माताओं ने कभी सोचा
नहीं होगा कि ऐसे अराजकतावादी सत्ता में आकर संविधान का मख़ौल
उड़ाएंगे।
इस अराजक तथाकथित किसान आंदोलन को खुलेआम भड़काते रहे हैं
केजरीवाल। वे अपने मंत्रियों के साथ धरना पर बैठते हैं। प्रदर्शनकारियों को
उकसाते हैं। आश्चर्य की बात तो यह है कि गत कई महीनों से दिल्ली के
नागरिकों का जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। जीवन यापन करने में घोर
समस्या आ रही है। इसके पहले भी सी ए ए के खिलाफ आंदोलन के
समय दिल्ली का जन जीवन अत्यंत असामान्य हो गया था। उस आंदोलन
को भी बढ़ाने में हिंसक बनाने में केजरीवाल और उनके मंत्री लगे रहे।
उनकी पार्टी का रोल भी लोगों ने देखा।
देश के अंदर केजरीवाल एक अराजक मुख्यमंत्री के रूप में चर्चित हैं। अभी
उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को कहा है कि दिल्ली में अपनी
पुलिस भेजकर आंदोलनकारियों को सुरक्षा दें। इसका अर्थ क्या है?
यही न कि पंजाब की पुलिस दिल्ली आकर दिल्ली की पुलिस से भिड़
जाए? ये किस घृणित सोच का आदमी है? एक संवैधानिक पद पर
बैठकर संविधान की धज्जियां उड़ाना चाहता है। बात यह है कि पंजाब में
अगले साल विधान सभा का चुनाव होगा। केजरीवाल पिछले पंजाब
चुनाव में खुलेआम आतंकवादियों के घरों में केजरीवाल ठहरते थे। इन्होंने
उग्रवादियों मानसिक रूप से खालिस्तान समर्थकों को चुनाव में
खड़ा कर जितवाया भी। उस बार वहां सत्ता में नहीं आए। इस बार के चुनाव
में इस आंदोलन से लाभ लेना चाह रहे हैं। यह सोचते हैं कि कांग्रेस
अकाली भाजपा आपस में वोटों का बंटवारा कर लेंगे और आप
आतंकवादियों और इस आंदोलन के समर्थकों से वोट प्राप्त कर सरकार
पंजाब में बना लेगें। केजरीवाल जैसों को संविधान की धज्जियां उड़ाने के
लिए कब तक छूट दी जाएगी? देश को कहां तक गर्त में जाते हम सब
देखते रहें?
समय आ गया है कि केंद्र सरकार गंभीरता से केजरीवाल और इनकी
आप पार्टी पर ध्यान दे। पंजाब एक अति संवेदनशील प्रदेश है। पाकिस्तान
की पैनी नजर है। विदेशों में बैठे खालिस्तानी केजरीवाल के को
बेहिसाब धन भेज रहे हैं। एक तो इसने दिल्ली को पूरी तरह बर्बाद
करने की ठान ही ली है। यह गो खैर है कि दिल्ली की पुलिस इसके अधीन नहीं है।
अन्यथा स्तिथि और भयावह हो जएगी।
मोदी जी को केजरीवाल जैसी समस्या का भी समाधान करना ही होगा।
केजरीवाल जैसी बीमारी का इलाज करना ही होगा। दिल्ली और पंजाब
दोनों जगह इस केजरीवाल की वजह से समस्या गंभीर हो जाती है।
तथाकथित किसानों के नाम पर चल रहे इस अराजक आंदोलन का मुख्य
सूत्रधार हैं यह केजरीवाल।
एक बारगी ही सारी समस्याएं मोदी जी के सामने आती जा रही हैं। वस्तुतः
मोदी जी ही अभी एकमात्र राजनेता हैं जो हर समस्या का समाधान करेंगे। ये
अपने आलोचकों अपने उपर गालियों का बौछार करने वालों को बिना
जवाब दिए ठोस जबाब अपने कार्यों से दिए चले जा रहे हैं। इसीलिए तो
पूरा संसार आज मोदी जी के नेतृत्व का कायल है।
मोदी जी हैं तो समस्याओं का समाधान होगा ही यह दृढ़ विश्वास है
भारतीयों का।
भारत माता की जय
जय हिन्द जय
वन्देमातरम्
सनातन धर्म की जय