मैं ये नहीं मानती कि पेट्रोल 5 रूपये और डीजल दस रुपए सस्ता होने का कारण उपचुनाव का परिणाम है..लेकिन सबसे जरुरी बात ये है कि मोदी जी का सत्ता में रहना बहुत जरूरी है…वैसे भी खजाना भरके क्या करना है? जब सत्ता ही नही रहेगी…सही और कुछ लोकलुभावने फैसले लेना भी जरूरी है
नही तो देश पर जिहादी शासन करेंगे और इस भरे हुए खजाने से ये अपनी झोली भरेंगे और इतनी मेहनत से संवरे हुए, पटरी पर लाए हुए देश को तहस नहस कर देंगे . 370 और अन्य अभूतपूर्व फैसलों से सामान्य देशभक्त जनता खुश भी है! लेकिन वोटर को बांधे रखना है तो दाम कम होने ही चाहिए..छोटे व्यापारियों को भी राहत की आवश्यकता है.राज्य सरकारों को भी केन्द्र की तरह पेट्रोलियम पदार्थों में अपने टेक्स कम करना चाहिए.अभी सबसे ज्यादा टैक्स कांग्रेस समर्थित सरकारों व दिल्ली सरकार ने बढाये हैं.सभी राज्य सरकारों को पेट्रोलियम पदार्थों को जीएसटी के दायरे में लाने के लिए केन्द्र सरकार के साथ सहयोग करना चाहिए.
