:-: गुंडा :-:
गणेश भाई,शिवा भाई,शंकर दादा,सेक्सी राधा,रुद्रा भाई, भवानी दादा,लक्ष्मी बम,बजरंगी भाई,ए गणपत चल दारू ला,इस तरह के नाम रखकर सभी देवताओं को जमकर गाली दी जाती हैं और अंत में हीरो द्वारा उन्हें मार दिया जाता हैं और कहा जाता हैं कि शिवा,गणेश नाम का आतंक आज समाप्त हुआ,इस प्रकार से लोगों के मन में उनके प्रति घृणा के बीज बोकर,उन्हें नास्तिक बनाया जाता हैं।पुरुष गुंडे को गले और हाथों में रुद्राक्ष की माला पहनाना,महिला गुंडी को साड़ी, बिंदी वाली देशी भारतीय महिला दिखाना। ग्रामीण महिलाओं को मूर्खतापूर्ण कार्य करते हुए दिखाकर,उन्हें अनपढ़ और गवाँर बताना।कहीं शिव जी को डरकर भागता हुआ दिखाकर,उनका अपमान करना। My friend ganesha,baal hanuman, जैसी कार्टून्स फिल्मों के माध्यम से ,बच्चों के मन में यह स्थापित करना कि यह सभी पात्र केवल कॉर्टून हैं, काल्पनिक हैं।कहीं व्यापारी को,तो कहीं पंडित को,समाज का शोषण करने वाला दिखाना।
इस तरह अलग अलग प्रकार के मानसिक युद्ध करके, भारतीय जनमानस के मन में यह बात बिठाई गई, वो केवल पिछड़े, शोषित और गरीब हैं।और दूसरी तरफ़ से ब्राह्मण वाद, मनुवाद,का रोना रोकर,सभी वेदों, पुराणों की बौद्धिक संपदा की चोरी की गई।
धन्यवाद :- बदला नहीं बदलाव चाहिए
