पुदीना का उपयोग से स्वास्थ्य लाभ
🌻पुदीने का उपयोग अधिकांशत चटनी या मसाले के रूप में किया जाता है। यह अपच को मिटाता है।
🌻पुदीना रूचिकर, वायु व कफ का नाश करने वाला है। यह खाँसी, अजीर्ण, अग्निमांद्य, संग्रहणी, अतिसार, हैजा, जीर्णज्वर और कृमि का नाशक है। यह पाचनशक्ति बढ़ाता है व उल्टी में फायदा करता है।
🌻पुदीना, तुलसी, काली मिर्च, अदरक आदि का काढ़ा पीने से वायु दूर होता है व भूख खुलकर लगती है।
🌻इसका ताजा रस कफ, सर्दी में लाभप्रद है।
🌻पुदीने का ताजा रस शहद के साथ मिलाकर, दो तीन घंटे के अंतराल से देते रहने से न्यूमोनिया से होने वाले अनेक विकारों की रोक-थाम होती है और ज्वर शीघ्रता से मिट जाता है।
🌹पुदीने का रस पीने से खाँसी, उल्टी, अतिसार, हैजे में लाभ होता है, वायु व कृमि का नाश होता है।
🌹दाद-खाज पर पुदीने का रस लगाने से लाभ होता है। बिच्छू के काटने पर इसका रस पीने से व पत्तों का लेप करने से बिच्छू के काटने से होने वाले कष्ट दूर होता है।
🌹हरे पुदीने की चटनी पीसकर चेहरे पर सोते समय लेप करने से चेहरे के मुहाँसे, फुन्सियाँ समाप्त हो जायेंगी।
🌹हिचकी बन्द न हो रही हो तो पुदीने के पत्ते या नींबू चूसें।
🌹प्रातः काल एक गिलास पानी में 20-25 ग्राम शहद मिलाकर पीने से गैस की बीमारी में विशेष लाभ होता है।
🌻सूखा पुदीना व मिश्री समान मात्रा में मिलाकर दो चम्मच फंकी लेकर ऊपर से पानी पियो। इससे पैर दर्द ठीक होता है।
🌻विशेषः पुदीने में विटामिन ए अधिक मात्रा में पाया जाता है। इसमें जठराग्नि को प्रदीप्त करने वाले तत्त्व अधिक मात्रा में हैं। पुदीने के सेवन से भूख खुलकर लगती है।
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