पालघर, राजस्थान, या दिल्ली… हिन्दुओं की हत्या पर खबरों से ‘हिन्दू’ क्यों गायब कर देता है, पत्रकारिता का समुदाय विशेष
निष्पक्ष मीडिया का कारनामाराजस्थान.. इन हत्याओं के समय क्यों बदल जाता है निष्पक्ष मीडिया का नजरिया?
हाल ही में देश की राजधानी में ऑनर किलिंग का मामला सामने आया। मोहम्मद अफरोज और मोहम्मद राज ने अपने साथियों के साथ मिलकर 18 साल के राहुल की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। आरोपित अफरोज को अपनी 16 साल की नाबालिग बहन के एक हिन्दू युवक राहुल के साथ प्रेम प्रसंग से आपत्ति थी। इस पर तमाम समाचार समूहों ने ख़बर प्रकाशित की इंडियन एक्सप्रेस, हिन्दुस्तान टाइम्स और इंडिया टुडे लेकिन इन समाचार समूहों ने ख़बर के मूल तथ्यों को सामने नहीं रखा। न तो आरोपितों की पहचान को आगे रखा, न ही हत्या की असल वजह को और न मृतक की पहचान को।
यहां सिलसिला नया नहीं है, बीते कुछ समय में इन दिग्गज समाचार समूहों की मज़हबी पत्रकारिता का रवैया कुछ ऐसा ही रहा है। तथ्य खुद में कितना हास्यास्पद है कि जब एक अल्पसंख्यक समुदाय के व्यक्ति की हत्या होती है, तब सारे मीडिया संस्थान हर ज़रूरी/गैर ज़रूरी तथ्य को आगे रखते हैं (भले उससे कितना ही सौहार्द क्यों न बिगड़े)।
दिल्ली की इसी घटना पर इंडिया टुडे ने ख़बर प्रकाशित की, ख़बर के शीर्षक में ही बताया गया कि वह दिल्ली विश्वविद्यालय का छात्र था। उसकी पीट पीट कर हत्या कर दी गई, इसकी वजह थी एक लड़की से दोस्ती। यहाँ न तो यह बताया गया कि लड़का हिन्दू था और न ही ये बताया गया कि लड़की और उसके हत्यारे भाई का मज़हब क्या था। वहीं दूसरी तरफ 2019 के जून महीने में झारखंड स्थित खारसवान जिले में भीड़ ने एक युवक को बुरी तरह पीटा तब इंडिया टुडे की ख़बर के शीर्षक में उसका मज़हब भी था और पिटाई की तथा कथित वजह भी।
पत्रकारिता का ऐसा ही मज़हबी नज़रिया पेश किया इंडियन एक्सप्रेस ने। दिल्ली में 18 साल के छात्र (हिन्दू छात्र) की हत्या के मामले में इंडियन एक्सप्रेस ने ख़बर प्रकाशित की। इनके शीर्षक में उस लड़के को छात्र तक नहीं बताया गया था और वजह के लिए शीर्षक में लिखा गया ‘🤺killed over woman👩🦰’ यानी महिला की वजह से हत्या। महिला कौन थी? हत्या करने वाले कौन थे? हत्या का असल कारण क्या था? कुछ नहीं! जब साल 2018 के अप्रैल महीने में झारखंड के गुमला जिले स्थित सोसो गाँव में एक युवक की तीन युवकों ने हत्या कर दी थी तब इंडियन एक्सप्रेस ने शीर्षक में ही मज़हब बता दिया।