:-: प्रोटीन और अंडा :-:
- अंडे में बहुत अधिक प्रोटीन होता हैं, यह कहकर सरकारों के माध्यम से विद्यालयों में अंडे को प्राथमिक भोजन में अनिवार्य करके,बच्चों को अंडे खाने की आदत लगवाई गई, जो बच्चा बचपन से ही अंडे खाने लगेगा, तो अंडे न खाने वाले बच्चों की तुलना में उसके अंदर मांसाहार खाने की आदत जल्दी विकसित होगी।लोगों को बताया गया कि अंडा शाकाहार ही होता हैं और जो अंडे को शाकाहार न माने ,वो फसलों को भी शाकाहार कैसे मान सकते हैं??इस तरह की गोलमोल बातें करके,आधुनिक विज्ञान का सहारा लेकर,लोगों को भृमित करके मांसाहार की ओर आकर्षित किया गया।संडे हो या मंडे,रोज़ खाओ अंडे,जैसे जुमले बनाएं गये।जबकि सच्चाई यह हैं कि अंडे और पनीर में एकसमान ही पोषक तत्व पाएं जाते हैं।जिन्हें पनीर महंगा लगें, वह सत्तू का उपयोग कर सकता हैं, सत्तू में सर्वाधिक प्रोटीन होता हैं और सत्तू खाने पीने से किसी भी प्रकार की कोई हानि नहीं होती।आज भी हमारे देश में निम्नमध्यवर्गीय ग़रीब लोग, ऊर्जा के लिए सत्तू का उपयोग करते हैं और आजीवन स्वस्थ रहते हैं।जब सत्तू,पनीर,मूंग जैसी वस्तुएँ हैं, तो प्रोटीन के लिये केवल अंडे का ही प्रचार क्यों ??मांसाहार खाने वाले व्यक्ति में काम ,क्रोध,लोभ, मोह, जैसे विकार,शाकाहारी लोगों की तुलना में अधिक होते हैं।इसलिए मांसाहार का त्याग करिये,शाकाहारी बनिये और स्वस्थ रहिए।
धन्यवाद :- बदला नहीं बदलाव चाहिए