1700 गुना अधिक गति से गणित , वैदिक गणित की सहायता से सीखी जा सकती है । युरोप और अमेरिका वैदिक गणित के नाम पर बिलियन्स कमाने जा रहे हैं ।
फिर भारत में इन्हीं युरोपियन्स की फ्रैंचाइजी बिकेगी । और भारतीय , दांत निपोरकर सीखेंगे , क्योंकि अंग्रेज़ी की दासता का आनन्द लेना होता है ।
इस वैदिक गणित को पुनर्जीवित पुरी पीठ के शंकराचार्य भारती तीर्थ महाभाग ने किया और वर्तमान शंकराचार्य ने उसे और आधार दिया ।
चारों पीठों को यदि सम्मान नहीं कर सकते हम तो कम से कम अपमान न करें । किसी शंकराचार्य का विरोध करें यदि उनकी बातें आपकी पोलिटिकल विचारधारा के विपरीत हैं तो , पर चर्बी का गोला या शंकराचार्यों के पीठ की मर्यादा को तार तार न करें ।
फ़र्ज़ी शंकराचार्यों को समाज में पनपने न दें ।
ब्यूरो चीफ
दिनेश सिंह
आजमगढ़