कभी किसी विचारक नेता(संभवतःलोहिया) ने कहा था कि भारत में विपक्षी नेताओं के बीच मधुर संबंध आम जनता के हितों के लिये खतरनाक होते हैं।
नीचे की यह तस्वीर भारतीय राजनीति के इसी नग्न सत्य को पूरी तरह चरितार्थ कर रही है।
यह तस्वीर दो लोगों के निजी ‘मोह’ का विकृत स्वरूप भी है। एक मातोश्री के अर्द्धविक्षिप्त मुख्यमंत्री के पुत्रमोह की और दूसरी नागपुर के भीष्मपितामह के ‘मोह’ की।
लोग व्यर्थ ही गलत दिशा में फायर कर रहे है।
(दो हिंदूवादी नेता हिंदू जनता का …..काटने के बाद)

ब्यूरो चीफ
दिनेश सिंह
आजमगढ़