भारत के आठवे प्रधानमंत्री थे “चंद्रशेखर” ..!!
मात्र 52 सांसदों के साथ प्रधानमंत्री बने थे..!!
तमिलनाडु में उस समय DMK की सरकार थी..ख़ुफ़िया विभाग की रिपोर्ट आई कि, करूणानिधि की सरकार “ लिट्टे “ को सहायता पंहुचा रही है !!!
उस समय के तमिलनाडु के राज्य पाल “सुरजीत सिंह बरनाला” जो अकाली दल से थे..तुरंत चंद्रशेखर जी ने उनसे इस बाबत रिपोर्ट भेजने को कहा ..!!
सरदार जी ने रिपोर्ट नहीं भेजी !!!
अगले ही दिन चंद्रशेखर जी ने कैबिनेट की बैठक बुलाई और करूणानिधि की सरकार बर्खास्त कर दी गयी..!!
कोई झा* का बाल नहीं उखाड़ पाया !!!
ये होती है सत्ता की ठनक, एक 52 सांसदों वाला प्रधानमंत्री देशद्रोही सरकार को 24 घंटे में उखाड़ फेकता था..!!
और आज 303 सांसदों वाला प्रधानमंत्री एक “जिहादी सरकार” के सामने धरने पे जा रहा है !!!
राजनीति या तो रंडी होती है …लेकिन अगर ठान ले तो …”चंडी “