मोटा सच यही है के ये अपने को ये बजट वजट समझ न आते….
लेकिन जितना आते हैं उससे बिना संकोच कह सकती हूँ ये किसान और नौजवान विरोधी बजट है……
चलिए कुछ मोटी मोटी बातें आपसे साझा कर लेती हूँ….
आपको बताती हूँ के देश का पहला बजट 26 नवंबर 1947 को RK षणमुखम ने पेश किया था और तब से 2014 तक सरकार द्वारा सीधे किसान को लोन माफी या अदर डायरेक्ट बेनिफिट के नाम पर जो पैसे दिए गए उनका कुल योग था मात्र 58 हज़ार करोड़…. 1 हज़ार करोड़ प्रति वर्ष से भी कम….
मोदी प्रति वर्ष 72 हज़ार करोड़ किसानों के खाते में डाल रहे हैं…. कांग्रेसी मोहब्बत का मज़हबीहूरों गुना…. अभी इसमें मैंने असंगठित क्षेत्र के मज़दूरों की पेंसन नहीं जोड़ी है…
जब पहला बजट कांग्रेस ने दिया देश की रक्षा यानी हमारी सेना के हिस्से 8 करोड़ से भी कम आये आखरी कांग्रेसी बजट में यह रकम 1,81,776 करोड़ पहुंची….इस बार ये रकम 4.78 लाख करोड़ की है….
अगर सिर्फ मोदी सरकार के अब तक के रक्षा व्यय और उसी अनुपात में 2023 के बजट तक आंकलन किया जाए तो जितना भारत की सुरक्षा पर सेनाओं पर कांग्रेस ने 1947 से 2014 तक कुल खर्च किया 10 साल में मोदी सरकार उससे ज्यादा कर देगी…..राष्ट्र की रक्षा के लिए मोदी का प्रयत्न इस बात का सुकून देता है के मेरे द्वारा टैक्स के तौर पर दिया जा रहा पैसा सही जगह खर्च हो रहा है मोदी कल पेट्रोल 200 रुपये लीटर कर दें…. मै पैदल चल लूँगी…. मेरे देश के सैनिक को सर्वोत्तम अस्त्र शस्त्र मिलने चाहिए….
मध्य वर्ग का रोना रहता है के उसे बजट में कुछ न मिलता…. सोचा बता दूँ के 2014 तक आयकर की छूट की सीमा 1.8 लाख हुआ करती थी आज 5 लाख है….शायद ये अडानी अम्बानी के लिए फायदे की होगी??
मजेदार बात टैक्स देने वाले तब से करीब तीन गुने हो चुके हैं अब या तो मध्यवर्ग का दायरा बढ़ा है लोग समृद्ध हुए हैं या चोरों पर लगाम लगी है…..
आधारभूत ढांचों के निर्माण में सरकार पिछले छह साल में गजब की तेजी लाई है….
गांव गरीब के झोपड़े पक्के मकानों में बदले हैं, सड़क निर्माण की ग्रामीण और हाईवे दोनो में गति 4 गुनी के करीब है कांग्रेस सरकारों से….. रेलवे के जो प्रोजेक्ट 40 साल तक से बस चले ही जा रहे थे वो साल साल भर में पूरे किए जा रहे हैं…. नवीनीकरण और आधुनिकीकरण की गति अधिकतम है….
पर पूर्व से रोज सूरज उगने जैसा सच तो एक ही है ये बजट किसान (रॉबर्ट वाड्रा) और नौजवान (राहुल गांधी) विरोधी ही है…..