क़ासिम सुलेमानी ईरान का था, मरा ईराक में ,मारा अमेरिका ने और मातम भारत में….
वे अनपढ़ हैं,
अशिक्षित हैं। पंचर भी बनाते हैं,बकरे भी काट लेते हैं।लेकिन फिर भी उन्हें पता है कि सीरिया, फिलिस्तीन, न्यूजीलैंड, श्रीलंका में क्या हो रहा है? हम सुशिक्षित भी हैं और संस्कारित भी।
ऊंचे-ऊंचे सरकारी पदों पर सुशोभित भी हैं। लेकिन कश्मीर में 19 जनवरी 1990 में क्या हुआ, अनभिज्ञ हैं।
कैराना में क्या हुआ, भरत यादव, अंकित, डॉक्टर नारंग, ध्रुव त्यागी के साथ क्या हुआ, अनभिज्ञ हैं।
पाकिस्तान, अफगानिस्तान और अफगानिस्तान के हिंदुओं की छोड़िए,
पड़ोस के हिंदुओं के साथ क्या हुआ, मतलब नहीं रखते। वे अशिक्षित होकर अपने 57 देश बना लिए, हम शिक्षित होकर भी एक देश नहीं बचा पा रहे है…यही विडम्बना है।
