मित्रों!यह बात बहुत सुनने को मिलती हैं कि”पुरानी बातें भूलने की कोशिश करो नहीं तो ज़िंदगी बोझ बन जाएगी”जितना यह कहा सुना जाता हैं यादें ओर जकड़कर पकड़ लेती हैं।
आओ नया कुछ करें; कुछ भी भुलाने की कोशिश न करें बल्कि कुछ नया करने की कोशिश करें।कुछ पोसिटिव करने की कोशिश करें तो पुरानी बातें, पुरानी यादें भुलानी नहीं पड़ेगी बल्कि अपने आप भूलती चली जायेगी।उन लोगो को भुलाने की जरूरत नहीं है जिन्होंने हमारे साथ बुरा किया (जब जब तुझे भूलने की याद आई हैं इसी याद ने तो तेरी याद कराई है) बल्कि ऐसे लोगों के साथ संपर्क बढ़ाने की कोशिश करें जिनके साथ रहकर हमे सुकून,खुशी मिलती हैं।
