यूपी चुनाव में अवध की एक विचित्र घटना
गांव की एक सड़क…. गोधूली का वक्त तेज रफ्तार दौड़ती गाड़ियों के उस पार एक ब्राह्मण किसान का खेत
उसी खेत की तरफ गांव की पगडंडियों से निकलती हुई एक ब्राह्मण महिला जो अपने खेत से मटर तोड़ने के लिए जा रही थी उस गांव में ब्राह्मण…. के अलावा मुसलमान और पासी हिंदू भी रहते हैं पतली पगडंडी पर बैठी एक पासी बुजुर्ग महिला ने उस ब्राह्मण महिला को जाते हुए टोका और कहा… बिटिया… हाथ जोड़ रहे हैं… हमार इज्जत राख लियो…. भब्राह्मण महिला ने उस पासी बुजुर्ग महिला से पूछा क्या हो गया ? बताइए उस पासी बुजुर्ग महिला ने ब्राह्मण महिला से हाथ जोड़ते हुए कहा… बिटिया ध्यान रखियो… कमल के फूल पर बटन दबाना….. नहीं तो मुसलमान हमारा जीना मुश्किल कर देंगे
ऊपर लिखी हुई पूरी घटना एक सच्ची घटना है…. जो उस ब्राह्मण महिला ने मुझसे बताई थी । ये घटना सुनकर मैं हैरान रह गयी थी… मेरे सामने पहली बार ऐसी घटना सामने आई है जब कोई पासी महिला हाथ जोड़कर ब्राह्मणों से कह रही थी कि कमल के फूल पर वोट देना
- वो पासी बुजुर्ग महिला इसलिए अखिलेश राज से डर रही थी क्योंकि वो एक मुस्लिम गांव में उसकी पासी बिरादरी अब अल्प संख्या में है… और वो जानती है कि अगर अखिलेश सरकार आई तो उस गांव में रहना मुश्किल हो जाएगा अब दो दिन पुरानी एक और सच्ची घटना आपसे शेयर करती हूं….
मैं जौनपुर में थी…. और वहां मैं एक गांव में एक घंटे के लिए रुकी…. जहां रुका वो ब्राह्मण परिवार था उन लोगों ने मेरे लिए चाय पानी की व्यवस्था की । जैसा कि मेरी आदत है…. मैं जमीनी माहौल को समझने के लिए लगातार अवध के दौरे कर रही हूं…. उस ब्राह्मण परिवार के मुखिया से मैंने पूछा… पंडित जी यहां का माहौल क्या है ? ब्राह्मण ने जवाब दिया…. सपा आ रही है…. बीजेपी ने बेरोजगारी बहुत बढा दी है… फ्री का राशन बेचकर लोगों को भिखारी बना दिया गया है… किसान सम्मान निधि से घर नहीं चलता…. पूरे देश का प्राइवेटाइजेशन हो रहा है…. मोदी पूरा देश बेच दे रहा है….
मेरा मूड बहुत ज्यादा खराब हो गया…. मैंने कहा आप लोग इसी लायक हो कि आजम खान जैसा कोई आप लोगों पर राज करे और आप लोगों पर हंटर चलाए
तब तो वो लोग एकदम आग बबूला हो उठे…. बीजेपी के लोग हिंदू मुस्लिम करते हैं…. मुसलमान से हमें कोई दिक्कत नहीं है…. तुम लोगों को जमीन का कुछ पता नहीं है…. हम लोगों को जमीन का सच पता है…. पूरी खेती जानवर चट कर जा रहे हैं…. आदि आदि
मैंने… अपने ड्राइवर से कहा…. इस गांव में एक भी मुसलमान नहीं हैं…. अगर एक मुसलमान घर यहां पर होता तो इनको उन हिंदुओं का दर्द पता होता जो मुस्लिम बहुल इलाकों में पलायन करने को मजबूर हो जाते हैं…
बहरहाल… इन दिनों जमीनी दौरे से निष्कर्ष यही निकलता है कि हिंदुओं की मूल समस्या ये है कि हिंदुओं को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि उनसे तीन चार किलोमीटर दूर रहने वाले हिंदुओं की क्या समस्याएं हैं जबकि मुसलमान हजारों किलोमीटर दूर फिलिस्तीन के लिए दिल्ली के जंतर मंतर पर पूरे साल चौबीसों घंटे डटा रहता है…. अभी हमें बहुत काम करना है बहुत जागरूकता फैलानी है…. हम जो लिख रहे हैं उसको जमीन पर पहुंचाना आपका काम है
धन्यवाद
ये लेख जिस तक पहुंचे वो अपने 10 हिंदू साथियों को ये लेख ऊंची आवाज में पढकर सुनाए… वो खुद को धर्मप्रचारक समझे… उन इलाकों में जागरूकता की ज्यादा जरूरत है जो हिंदू बहुल हैं