:-: वक़ील महापुरुष :-:
हमारें देश के सबसे अधिक बुद्धिमान महापुरुष जो की वक़ील थे,इनमें से किसी ने डिस्कवरी ऑफ इंडिया कर डाली,तो किसी ने सारा भारत घूम कर ब्राह्मणों द्वारा किया गया अत्याचार देखा,तो किसी ने सभी सनातनी ग्रंथों को पाखंड और महिला विरोधी बताकर उनका अध्ययन कर डाला,लेकिन इन्होंने जिस वक़ालत की पढ़ाई की,मतलब की अंग्रेजो द्वारा बनाएं गए क़ानून भी पढ़े ही होंगे, जिनकी सहायता से भारतीयों का शोषण किया गया,उन अंग्रेजों के 1860 से लेकर 19 वी सदी तक के काले इतिहास और शोषणकारी नियम कानूनों के बारे में कोई जानकारी,इन महापुरषों के जीवन वृत्तान्त से नहीं मिलती।इन्होंने तो भारतीयों के शोषण के लिए भारतीयों को ही जिम्मेदार ठहरा दिया।जिन आदिवासियों को इन लोगों द्वारा शोषित और पिछडा कहा गया,उनके गौरवशाली इतिहास का इनकी पुस्तकों में कहीं वर्णन नहीं मिलता।या तो इन लोगों द्वारा लिखा गया ,ब्राह्मणो द्वारा शोषण का इतिहास मिथ्या हैं या फ़िर वर्तमान में बताया जा रहा आदिवासियों का गौरवशाली इतिहास मिथ्या हैं।जब ये लोग भारत की खोज करके,उसके मनुवादी व्यवस्था वाले इतिहास के बारे में लिख सकते थे,तो इन्होंने आदिवासियों की राजव्यवस्था और राजवंशों के बारें में क्यों नहीं लिखा ???सबसे अधिक अन्याय हम भारतीयों के साथ हुआ हैं, जिन्हें मनगढंत इतिहास बताकर और पढ़ाकर, उनका वह गौरवशाली इतिहास धूमिल कर दिया गया,जिसे बचाने के लिए हमारें पूर्वजों ने बलिदान दिया था।असत्य जीता अवश्य,लेकिन उसे संपूर्ण विजय नहीं मिली,क्योंकि विजय तो सत्य की ही होगी।
धन्यवाद :- बदला नहीं बदलाव चाहिए
