सत्य और संपूर्ण विष्लेषण हिन्दुओं की अकर्मण्यता/गुलामी का। भारत की पुरातन संस्कृति के ह्रास का कारण स्वयं हिन्दू ही हैं। भारत की शासन सत्ता से बाहर होने का कारण भी हिन्दू समाज है। लोगों के मन मस्तिष्क में मैकाले की शिक्षा व्यवस्था भर दी गई है जिसको भारत की सत्ता से अंग्रेजों के जाने के बाद भी जारी रखने दिया। अब राष्ट्र वादी सरकार पिछले छः वर्षों से चल रही है, लेकिन वामपंथी विचारधारा की शिक्षा व्यवस्था को बदलने में सक्षम मंत्रियों को जिम्मेदारी नहीं सौंपी गई। फलस्वरूप आज भी मुस्लिम शासकों का गुणगान किया जाता है। वर्तमान एवं भावी पीढ़ी में जबतक हिन्दू शासकों की शौर्यगाथाओं तथा पुरातन संस्कृति की विधा का पाठ नहीं पढ़ाया जाता तब तक हिन्दुओं के मन मस्तिष्क में भरी हुई हीन भावना को समाप्त नहीं किया सकता है। भारत की संपूर्ण शिक्षा प्रणाली को बदलने तथा जन जागरण की आवश्यकता है।