:-: सैन्य विद्रोह :-:
10 मई 1857 को हुए ब्रिटिश व्यवस्था के विरुद्ध हुए सैन्य विद्रोह के बाद ,18 फरवरी 1946 में भी नौसेना का सैन्य विद्रोह हुआ था,जिसके बाद ब्रिटिश घबरा गए,उसी समय काल में नेताजी भी गायब हुए। सैन्य विद्रोह को दबाने और उससे ध्यान भटकाने के लिए 1947 में भारत पाकिस्तान का बंटवारा हुआ,जिसे स्वन्त्रता कहा गया और उसके बाद लगातार पाक,चीन से युद्ध होते रहे,जिससे सेना का ध्यान उसमें लगा रहा ,ताकि आम भारतीय दोबारा से अपने पूर्वजों की भांति ब्रिटिश व्यवस्था के प्रति विद्रोह न कर पाएं और हम हमेशा पश्चिमी संस्कृति का मानसिक ग़ुलाम बन कर रहें।ब्रिटिशों का समर्थन करने वाले पुरुस्कृत किए गए और विरोध करने वालों को नेताजी की तरह गायब करवा दिये गए।इन्हीं सब बातों से ध्यान भटकाने जातिवाद,मूलनिवासी,बंटवारा जैसी गाथाएं , प्रशासन की सहायता से रची गई, जिससे हम सब भारतीय भाषा,जाति,धर्म के नाम पर लड़ते रहे और इनकी सत्ता बनी रहे। विद्रोह का कारण हमेशा ही भूख होती हैं।विजय सत्य की ही होगी।
धन्यवाद :- बदला नहीं बदला बदलाव चाहिए
